FAQs | प्रश्न उत्तर
बहुधा पूछे जाने वाले प्रश्नों के उत्तर।
आपकी संस्था का उदेश्य क्या है ?
हमारा उदेश्य एक भव्य हिन्दू मंदिर और कला संग्रहालय का निर्माण करना है, जिसमे सम्पूर्ण विश्व से हिन्दुओ द्वारा सहयोग और उपहार में दिए गए हज़ारों शिवलिंग मूर्तियों की स्थापना की जाये। साथ ही एक धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्र की स्थापना की जाये जहाँ से हिन्दू धर्म और भारतीय संस्कृति का प्रचार और प्रसार भी किया जाये।
पूजनीय ज्योतिर्लिंग क्या हैं ?
पूजनीय ज्योतिर्लिंग, भारत देश में विभिन्न पवित्र स्थानों पर स्थित, भगवान शिव के 12 पौराणिक और अद्भुत मंदिर है जहाँ शिवजी के शिवलिंग स्वरुप मूर्तियां प्रतिष्ठित हैं। हमारे मिशन में भी हमने अपने संग्रह में पूजनीय ज्योतिर्लिंगों के 3 फ़ीट के शिवलिंग मूर्तियाँ भी प्रतिष्ठित करने की योजना है। इस ज्योतिर्लिंग शिवलिंग मूर्तियों की स्थापना के समय मंदिर की नींव में पवित्र, अद्भुत और शक्तिशाली ज्योतिर्लिंगों की मिटटी भी डाली जाएगी।
इस मिशन के विभिन्न चरण कौन कौन से हैं ?
देखिये , हज़ारो शिवलिंग मूर्तियों का निर्माण, संग्रह और मंदिर का निर्माण एक चरणबद्ध प्रक्रिया है।
आधारभूत और प्रथम चरण में हमारा उदेश्य एक शिव उपवन संग्रहालय है इस उपवन में शिवजी के भक्तों द्वारा दिए गए शिवलिंग और अन्य हिन्दू देवी देवताओ की मूर्तियों और अन्य कलाकृतियों का संग्रह करना है।
द्वितीय चरण में एक हिन्दू मंदिर का निर्माण करना है जिसके भवन का आकार स्वयं शिवलिंग के स्वरुप में होगा। इस अत्यंत भव्य और 108 फ़ीट ऊँचे शिवलिंग आकार के भवन में अंदर 1008 और दीर्घ काल में हज़ारों छोटे बड़े शिवलिंग मूर्तियों की स्थापना की जाएगी।
अगले विभिन्न चरणों में कई छोटे बड़े कार्य पूर्ण किये जायेंगे जिनका उदेश्य "हिन्दू धर्म, भारतीय संस्कृति" का प्रचार प्रसार, प्रभु शिव गाथा का लाइट एंड साउंड शो, ध्यान एवं योग केंद्र, पैरालिसिस और सेरिब्रल सेवा पाल्सी केंद्र, कला संग्रहालय, पर्यटकों एवं भक्तो के लिए गुरुकुल आश्रम और हॉस्टल आदि।
शिवलिंग मूर्ति पूजा का क्या महत्त्व है ?
प्रभु शिवजी हर रूप में पूजनीय है, पुरुष रूप में, अर्धनारीश्वर रूप में आदि। उनका शिवलिंग स्वरुप सृजन का सूचक है जो लिंगम और योनि के जोड़ने से बना है। हर प्रकार के सृजनात्मक कार्यों के लिए प्रभु शिवजी शिवलिंग स्वरुप में पूजनीय हैं। समस्त 12 ज्योतिर्लिंग शिवलिंग मूर्ति स्वरुप हैं , मेवाड़ के नाथ एकलिंग नाथ भी शिवलिंग स्वरुप है। मेवाड़ के शौर्य के प्रतिक महाराणा प्रताप भी अपने अभेद किले कुम्भलगढ़ में स्थित शिवजी मंदिर में शिवलिंग स्वरुप की पूजा करते थे।
आप उपहार में शिवलिंग ही क्यों ले रहे हैं ?
शिवजी की कृपा पाने के कई साधन है, भगवान शिव का नाम जाप करना, उनके पूज्य मंत्रो ॐ नमो शिवाय (और कई अन्य), उनके मंदिर के निर्माण में सहयोग करना, शिव भक्ति का और हिन्दू धर्म का प्रचार प्रसार करना आदि। शिवजी की कृपा आपको सौभाग्यशाली बनाती है और आपकी समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होती है । शिवलिंग मूर्तियों की स्थापना से एवं उपरोक्त सभी साधनों द्वारा शिवजी की कृपा प्राप्त करते हैं। और ऐसा नहीं है की आप शिवलिंग मूर्ति ही दें। आप चाहे तो श्री गणेश, माता पार्वती या अन्य मूर्तियां भी दे सकते हैं।
शिवलिंग मूर्तियां अलग अलग लम्बाई की होती है हम कौनसी चुनें ?
देखिये, शिवलिंग मूर्तियां 4 इंच से लेकर 4 फ़ीट तक हो सकती है। प्रत्येक व्यक्ति की सहयोग करने की और उपहार देने की अलग अलग श्रद्धा और क्षमता होती है। आप अपनी श्रद्धा और क्षमता अनुसार चुन सकते हैं।
शिवलिंग किस पत्थर में होना चाहिए ?
देखिये शास्त्रों के अनुसार शिवलिंग कई तरह के पदार्थों से बनाया जा सकता है। सामान्यतः मंदिरों में शिवलिंग की मूर्ति काले मार्बल में होनी चाहिए जिससे वो सेकड़ो-हज़ारो सालो तक अक्षुण्ण रहे। हम भी काले या सफ़ेद मार्बल में ही बनवाते है। परन्तु आप चाहे तो कोई भी परिवर्तन करा सकते है। अन्य पदार्थ जिसमे शिवलिंग की मूर्तियां बनाई जा सकती है वे हैं स्फटिक (क्रिस्टल) , ग्रेनाइट, पारा (मरकरी), समुन्द्र की रेत (ज्योतिर्लिंग रामेश्वरम), बर्फ (बाबा अमरनाथ), शहद और चावल का आटा , चांदी , सोना इत्यादि।
क्या मै पहले मनोकामना मांग लूँ और पूर्ण होने पर ही शिवलिंग उपहार स्वरुप दूँ ?
बिलकुल, भगवान शिवजी तो सर्वव्यापी हैं, आप अपने मन में और अपने आस पास के शिव मंदिर में जाकर सच्चे दिल से मनोकामना मांग ले, भगवान शिवजी तो भोलेनाथ हैं ही, वो तो हर प्रार्थना पर तथास्तु ही कहतें हैं, जब आपकी मनोकामना पूर्ण हो जाये तब शिवलिंग की मूर्ति उपहार में दे दें हम उसे अपने संग्रह में ले लेंगे।
क्या शिवलिंग देने के कोई मनोकामना या दुःख निवारण होना ज़रूरी ही है ?
सहयोग करने के लिए मनोकामना या दुःख निवारण की भावना होना जरुरी नहीं है। आप अपने परिवार के लिए शिव की कृपा पाने के लिए केवल मात्र एक ईंट के सहयोग से भी शुरू कर सकते हैं।
आप अपने जीवन में समस्त खुशियों के लिए कृतज्ञता से प्रभु शिवजी का धन्यवाद करने के लिए भी अपनी श्रद्धा और क्षमता अनुसार उपहार दे सकते हैं। वैसे भी प्रभु के प्रति कृतज्ञता किसी भी मनुष्य का सबसे बड़ा गुण हो सकता है। प्रभु शिवजी केवल सच्ची श्रद्धा चाहते हैं।
साथ ही आप विश्व शांति, सर्वे भवन्तु सुखिन की भावना से, हिन्दू धर्म के सहयोग के लिए, भारतीय सनातन धर्म, संस्कृति के प्रचार और प्रसार के लिए भी शिवलिंग या निर्माण में सहयोग कर सकतें है।
क्या हम (शिवलिंग की जगह या शिवलिंग के साथ साथ) निर्माण सामग्री या हिन्दू मंदिर निर्माण में आर्थिक सहयोग देना चाहते है।
बिलकुल, इस मिशन के उदेश्यों को पूर्ण करने में आपके प्रत्येक तरह का सहयोग प्रशंसनीय और उदाहरणीय है। आप चाहे तो निर्माण सामग्री या आर्थिक सहयोग भी दे सकते हैं।
कोई भी छोटा या बड़ा हिन्दू मंदिर, वृहद हिन्दू समाज के सहयोग के बिना बनाना अत्यंत कठिन है। बहुत सारे हिन्दू लोग श्रद्धा से मंदिर बनाना चाहते हैं परन्तु सभी के लिए मंदिर या शिवालय बनवाना संभव नहीं होता है। परन्तु सभी के लिए अपनी क्षमता और श्रद्धा अनुसार सहयोग करना संभव होता है। हमारा उदेश्य ये भी है की ऐसे सभी लोगो को एक मौका या मंच देना जो शिवजी मंदिर का निर्माण कराना चाहते है। किसी भी मंदिर के निर्माण में हज़ारो अथवा कभी कभी लाखों लोगो के सहयोग की जरुरत और अपेक्षा होती है। सामान्यतः अच्छे और धर्म के कामों में विघ्न कम ही आते हैं। प्रभु अपने काम स्वयं करते हैं।
मुझे अपने घर में भी एक शिवलिंग, शिव मंदिर प्रतिष्ठित करना है क्या आप बनवा देंगे ?
जी बिलकुल, प्रसन्नता से। आप हमारे कला और कारीगरी विभाग से संपर्क करें।